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कोरबा। साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल दीपका क्षेत्र अंतर्गत नियोजित ठेका कंपनी केसीसी कलिंगा कंपनी अपने कर्मी के साथ बेरूखी कर रहा है। ड्यूटी के दौरान आंख में चोट के कारण ड्यूटी में असमर्थ कर्मी को ना तो वेतन और ना ही इलाज के लिए कोई मदद मुहैया करा रहा है। जिससे कर्मी दफ्तर के काटने पर मजबूर है।
कंपनी में पीड़ित गोपाल बिंझवार असिस्टेंट सुपरवाइजर के पद पर काम कर रहा है। उसने बताया कि गत 18 फरवरी को काम के दौरान 27 नंबर कांटा से कोयला लोड लेकर 18-19 हापड़ में खाली करने के जा रहा था। इसी दौरान एक ड्राइवर गाड़ी बेक कर रहा था। ठीक उसी समय गाड़ी के नीचे कोयला का टुकड़ा आ गया और छिटकर आंख में पड़ गया। इस घटना से आंख बुरी तरीके से डैमेज हो गया। जिसकी जानकारी एचआरओ और अन्य अधिकारियों को दी गई, लेकिन पीड़ित गोपाल बिंझवार को कोई सहयोग नहीं मिला। पीड़ित ने बताया कि अधिकारियों द्वारा कहा गया कि आंख जब तक ठीक नहीं हो जाता तब तक आप घर पर आराम करें और उसका वेतन दिया जाएगा। ऐसा कहकर डॉक्टर से इलाज कराने की बात कही गई। दो महीने गुजर जाने के बाद भी ना आंख का इलाज हो रहा है और ना ही परिवार की गुजर बसर की व्यवस्था हो पा रही है। ऐसा ही रवैया कलिंगा कंपनी प्रबंधन और उनके अधिकारियों का रहेगा तो विवश होकर परिवार के साथ ऑफिस के मुख्य गेट पर आंदोलन करने की चेतावनी पीड़ित ने दी है। पीड़ित कर्मी का कहना है कि परिवार की भोजन की व्यवस्था कंपनी में काम करने से होती थी, जोकि की अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने के बाद दो महीने तक घर में रहकर वेतन देने कहा गया था। साथ ही आंख का इलाज करवाने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि जल्द समस्या का निराकरण कर उसकी आंख का इलाज कराया जाए, नहीं तो विवश होकर कंपनी के गेट के सामने परिवार के साथ आंदोलन में बैठने को मजबूर है।
