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कोरबा। सपना चौधरी के आयोजित म्यूजिकल कार्यक्रम को लेकर जश्न रिसॉर्ट, कोरबा पर कानूनी कार्रवाई का अंदेशा बढ़ गया है। फॉनोग्राफिक परफॉर्मेंस लिमिटेड (पीपीएल) ने जश्न रिसॉर्ट के संचालक को 50 लाख रुपये हर्जाने का नोटिस भेजा है। यह नोटिस कॉपीराइट उल्लंघन के आरोपों पर आधारित है। उक्त मामला अब गंभीर मोड़ ले चुका है और शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
👉🏻इसलिए भेजा गया नोटिस ?
पीपीएल का आरोप है कि 12 अक्टूबर 2025 को प्रस्तावित “सपना चौधरी म्यूजिकल इवेंट” से पहले ही रिसॉर्ट को लिखित चेतावनी दी गई थी कि किसी भी कॉपीराइटेड संगीत का उपयोग करने के लिए लाइसेंस लेना आवश्यक है। 6 अक्टूबर को Apprehension Notice और 10 नवंबर को Final Legal Notice भेजने के बावजूद लाइसेंस नहीं लिया गया। पीपीएल का कहना है कि रिसॉर्ट परिसर में बिना अनुमति संगीत प्रसारित होने दिया गया, जो कॉपीराइट कानून का सीधा उल्लंघन है।
👉🏻जिम्मेदारी से नहीं बच सकता जश्न रिसॉर्ट-पीपीएल
री-ज्वाइंडर में पीपीएल का कहना है की जश्न रिसॉर्ट के पार्टनर और ऑपरेटर होने के नाते संचालक पर कानूनी जिम्मेदारी तय होती है। कॉपीराइट कानून के मुताबिक कोई भी स्थल संचालक जो अपने परिसर को बिना लाइसेंस संगीत प्रदर्शन के लिए उपलब्ध कराता है, वह उल्लंघन का भागीदार माना जाता है।आयोजकों पर जिम्मेदारी डालकर रिसॉर्ट अपनी कानूनी बाध्यता से नहीं बच सकता। पीपीएल ने कहा है कि उनकी वेबसाइट पर लाखों साउंड रिकॉर्डिंग्स का अधिकारिक डाटा उपलब्ध है, जिसका लाइसेंस लेना अनिवार्य है।
👉🏻50 लाख रुपए की मांग
पीपीएल ने रिसॉर्ट प्रबंधन से दोबारा मांग की है कि पिछले कॉपीराइट उल्लंघन के लिए 50 लाख रुपये हर्जाना और लाइसेंस शुल्क जमा किया जाए। भविष्य में किसी भी कार्यक्रम में पीपीएल के साउंड रिकॉर्डिंग्स का उपयोग बिना लाइसेंस न किया जाए।
👉🏻बॉम्बे हाई कोर्ट का आदेश भी किया गया शामिल
री-ज्वाइंडर में बॉम्बे हाई कोर्ट के उन आदेशों का भी हवाला दिया गया है, जिनमें अदालत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना लाइसेंस किसी भी स्थल पर कॉपीराइट संगीत बजाना अवैध है। संगीत कार्यक्रम की अनुमति देने वाला स्थल संचालक भी उल्लंघन का आरोपी माना जाएगा। पीपीएल ने यह भी चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी कार्यक्रम में बिना लाइसेंस संगीत का उपयोग पाया गया तो तुरंत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
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इस पूरे विवाद ने कोरबा में हलचल बढ़ा दी है। हालांकि, जश्न रिसॉर्ट प्रबंधन या कार्यक्रम आयोजकों की ओर से अभी तक कोई अधिकृत प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे कानूनी कार्यवाही और भी तेज हो सकती है।
