Vijay Dubey (Editor in Chief)
+91-9165012144
Abhishekk Singh Anant (Reporter)
Contact for News & Advertisements
menu
AWESOME! NICE LOVED LOL FUNNY FAIL! OMG! EW!
कोरबा: भाजपा में टिकट के बदले पैसों की मांग, 25 साल पुराने कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप
कोरबा: भाजपा में टिकट के बदले पैसों की मांग, 25 साल पुराने कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप

कोरबा: भाजपा में टिकट के बदले पैसों की मांग, 25 साल पुराने कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप

कोरबा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला संगठन में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी सभापति पद को लेकर पार्टी के भीतर असंतोष और क्रॉस वोटिंग का मामला पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस बार भाजपा के ही एक 25 वर्षीय पुराने कार्यकर्ता ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों पर नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद टिकट के बदले पैसे लेने और फिर टिकट न देने का गंभीर आरोप लगाया है।

टिकट के नाम पर लिए 1 लाख रुपये, वापस करने से किया इनकार

पीड़ित कार्यकर्ता खोमनलाल देवांगन, निवासी पुराना रिसदा लालघाट, वार्ड क्रमांक 38, ने आरोप लगाया है कि बालको भाजपा मंडल अध्यक्ष दिलेंद्र यादव, पूर्व मंडल अध्यक्ष शिव बालक सिंह तोमर और वरिष्ठ भाजपा नेता सत्येंद्र दुबे ने उससे पार्षद का टिकट दिलाने के नाम पर 1 लाख रुपये लिए थे। लेकिन जब टिकट नहीं मिला, तो पैसे लौटाने से इनकार कर दिया गया।

पीड़ित ने यह शिकायत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री से की है। उसने बताया कि जब 2025 के निगम चुनावों के लिए मंडल में पार्षद टिकट के आवेदन मांगे जा रहे थे, तब उसने भी अपना आवेदन दिया और चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की। लेकिन इसके बाद उससे पैसों की मांग की गई।

पहले मांगे 8 लाख, फिर 3 लाख, अंत में 1 लाख में हुई बात

खोमनलाल के मुताबिक, टिकट दिलाने के नाम पर पहले 8 लाख रुपये की मांग की गई, लेकिन जब उसने इतनी बड़ी रकम देने से इनकार किया, तो 3 लाख रुपये देने को कहा गया। आखिरकार, जब उसने 3 लाख रुपये देने में असमर्थता जताई, तो 1 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।

इसके बाद उसे बालको ग्राउंड में बुलाकर नगद 1 लाख रुपये लिए गए और उसे भरोसा दिलाया गया कि उसका नाम पार्षद उम्मीदवारों की सूची में फाइनल कर दिया जाएगा। लेकिन जब पार्टी की ओर से आधिकारिक सूची जारी हुई, तो उसमें उसका नाम नहीं था।

टिकट नहीं मिला, पैसे भी नहीं लौटाए

पीड़ित ने बताया कि टिकट न मिलने के बाद उसने कई बार मंडल अध्यक्ष दिलेंद्र यादव, पूर्व अध्यक्ष शिव बालक सिंह तोमर और सत्येंद्र दुबे से संपर्क कर पैसे लौटाने की मांग की, लेकिन हर बार उसे टाल दिया गया।

जब उसने जवाब मांगा कि आखिर टिकट कैसे दिलाया जाएगा, तो आरोपियों ने कहा कि “हम तीनों जो नाम लिखकर देंगे, वही जिला अध्यक्ष और मंत्री जी फाइनल करेंगे।”

अब पीड़ित कार्यकर्ता ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द ही उसकी राशि वापस नहीं की गई, तो वह कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।

25 साल से भाजपा में सेवा, पहली बार हुआ ऐसा धोखा

खोमनलाल देवांगन ने बताया कि वह साल 2000 से भाजपा से जुड़ा हुआ है और 25 वर्षों से पार्टी में विभिन्न पदों पर काम कर रहा है। वह पूर्व में भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, दो बार भाजपा मंडल महामंत्री और दो बार पार्षद रह चुका है।

उसका कहना है कि आज तक उसके साथ इस तरह की कोई घटना नहीं हुई, लेकिन इस बार पार्टी के ही वरिष्ठ नेताओं ने उसे मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान किया है।

 

YOUR REACTION?

Contact us for Website, Software & Android App development : Click Here