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कोरबा। सूदखोर के जाल में उलझ चुके एसईसीएल अस्पताल के वार्ड ब्वाय में इससे बाहर निकलने की छटपटाहट है। 16 हजार रुपये उधार लेने के एवज में अब तक लाखों रुपये गंवा चुके पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की अपेक्षा जताई है।
प्रार्थी कमलेश्वर राठिया पिता ललित कुमार विकास नगर कुसमुण्डा का निवासी है और एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा अस्पताल में वार्ड ब्वॉय है। उसने उधार स्वरूप 16 हजार रूपये इरफान कुरैशी से लिया था। उधार के एवज में एटीएम एवं तीन चेक हस्ताक्षर कराकर रख लिया गया था, जिसका दुरूपयोग करते हुए बैंक से प्रतिमाह 10 हजार रूपये एवं 6वें महिने में 1 लाख 24 हजार रुपए का आहरण इरफान द्वारा कर लिया गया। आरोप है कि उधार के बदले काफी ज्यादा रकम ले लेने के बाद भी जातिगत गाली देते हुए बुलेट वाहन क्रमांक सीजी-12बीके-6664 को इरफान ने जबरन अपने पास रख लिया और एटीएम को भी वापस नहीं कर रहा।
आरोप है कि इरफान साहूकार नहीं होने के बावजूद 10-10 हजार रूपये ब्याज लेता रहा। सह आरोपी मो. ताजुद्दीन कुसमुंडा मो.नं. 94063-43556 के द्वारा पीडि़त से डेढ़ लाख रुपये का ठगी किया गया है और एटीएम के एवज में 80 हजार रूपये मो. ताजुद्दीन ने लिया है। बुलेट एवं पैसा मांगने पर जान से मारकर फेंक देने की धमकी दी जाती है। कहा जाता है कि थाना, न्यायालय में मेरा आदमी है, तथा मंत्रालय में भी पहुंच है। पीडि़त ने बताया कि पूर्व में भी सूदखोर से परेशान एक आदमी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया था, जिसे उसके दोस्तों के द्वारा बचाया गया तथा वह भी स्वयं अपना जीवन समाप्त करना चाह रहा था। पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए इरफान कुरैशी से बुलेट तथा मो. ताजुद्दीन से कुल रकम 2 लाख 30 हजार रुपये दिलाने का आग्रह किया है।
पीड़ित ने बताया कि 2 साल पहले भी इसी सूदखोर के खिलाफ शिकायत की गई थी लेकिन उस मामले में कोई कार्रवाई तत्कालीन पुलिस अधिकारियों के द्वारा नहीं की गई।पीड़ित को उम्मीद है कि सूदखोर के खिलाफ कार्रवाई होगी और सुनवाई की जाएगी।