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टिकट मिलने के बाद जय सिंह अग्रवाल पत्रकारों से हुए रूबरू
कोरबा/ कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद कोरबा विधानसभा से जय सिंह अग्रवाल को पुनः कोरबा का प्रत्याशी बनाए जाने के बाद आज कांग्रेस कार्यालय में पहली बार पत्रकारों से रूबरू हुए और पिछले पांच सालों में सरकार और अपनी उपलब्धियां गिनाई श्री अग्रवाल ने कहा कि कल यानि सोमवार मां सर्वमंगला की पूजा अर्चना के बाद अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने जा रहे हैं । उन्होंने आगे कहा कि राजस्व मंत्री बनाए जाने के बाद हमने अंग्रेजों के जमाने के जो कानून चले आ रहे थे जिससे लोगों को राजस्व के कामों में देरी हो रही और जो पेचीदगियां आ रही थी उसे दूर करने के लिए हमने ऐसे कानून को विलोपित कर लोगों को तत्काल राजस्व कार्यो में तेजी लाने का काम किया है । श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि जो काम महीने दो-दो महीने में नहीं हो पता था आज इस कानून की बदौलत दो और चार दिन में काम हो जा रहे हैं श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरबा में 1320 मेगावाट का पावर प्लांट दर्री में लगाने की स्वीकृति हमने दिलाई है ताकि कोरबा के लोगों को रोजगार मिल सके वही बालको के विस्तार प्लांट में जनसुनवाई को निर्विघ्न रूप से कराकर हमने बालकों के पावर प्लांट का रास्ता साफ कर दिया है जिसका काम तेजी से चल रहा है आने वाले दिनों में उसमें स्थानीय लोगों को भरपूर रोजगार मिलेगा । श्री अग्रवाल ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब हमने SECL से सड़क बनाने के नाम पर 300 करोड रुपए की स्वीकृति दिलाई है शिक्षा के क्षेत्र में चिकित्सा के क्षेत्र में भी हमने बेहतर काम करने का प्रयास किया है इसी का परिणाम है कि कोरबा में आत्मानंद स्कूल आत्मानंद कॉलेज एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो चुकी है जिससे बच्चों को लाभ मिल रहा है वही आत्मानंद स्कूल की मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में यहां उसकी संख्या और बढ़ने पर काम चल रहा है शहर के मध्य स्थित अशोक वाटिका जो वन विभाग के कब्जे में था और अव्यवस्थित था जिसे प्रयास करके हमने राजस्व को वापस दिलवाया और उसमें छत्तीसगढ़ का सबसे बेहतरीन गार्डन बनवाकर अपने शहर के लोगों को उपहार स्वरूप दिया है इसके साथ ही कोरबा के मानिकपुर की पुरानी खदान जिसे हम पोखरी के नाम से जानते है के सौन्दरियकरण के लिए 11 करोड रुपए की राशि हमने दिलाई है जिससे उसका सौन्दरियकरण हो सके और वह एक बेहतर पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित होगा है सरकार ने भूमिहीन लोगों को जिसका कब्जा था उन्हें पट्टा देने का काम किया है वही कोरबा जिले में पूरे छत्तीसगढ़ में दूसरे शहरों की अपेक्षा सबसे ज्यादा 10000 पट्टे वितरित किए जा चुके हैं और जो बचे हैं वह चुनाव आचार संहिता के कारण रोक दिए गए हैं चुनाव संपूर्ण होने के बाद तत्काल पट्टा वितरण का काम किया जाना है।