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कोरबा। शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों की मनमानी उजागर होती जा रही है। कोरबा विकासखंड के स्कूलों के 10 प्रधान पाठकों की पदोन्नति के मामले में उजागर हुआ गोलमाल समय के साथ दबा दिया गया और पूरी लीपापोती करते हुए उन प्रधान पाठकों को भी बचा लिया गया है जिनके रिकॉर्ड ही नहीं मिल रहे हैं। शिक्षा विभाग में गड़बड़ियों से जहां विभाग की भद्द पिटती रही है,वहीं कुछ कर्मचारी अपने करतूत से विभाग के अधिकारियों की निगरानी और कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं। ऐसे ही तीन लोगों को जिला शिक्षा अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
योगेन्द्र साहू, सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला, राताखार को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कोरबा के पत्र द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया था कि सहायक शिक्षक योगेंद्र साहू के द्वारा विद्यालय के बच्चों को बहुत मारपीट किया जाता है जिससे बच्चों का स्कूल आना कम हो गया है। एक बच्चे को उठा कर पटक दिया गया, जिसे स्कूल के छात्रों ने इसकी पुष्टि किये हैं। जिन बच्चों से मारपीट किये गये है, वे डर से स्कूल नहीं आ रहे हैं। उक्त कृत्य अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं उदासीनता को प्रदर्शित करता है, जो छ.ग. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विरूद्ध है। इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण 03 दिवस के भीतर अधोहस्ताक्षरकर्ता (डीईओ) के समक्ष उपस्थित होकर देना सुनिश्चित करें। जवाब संतोषप्रद नहीं पाये जाने पर एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी जिसकी संपूर्ण जवाबदारी सहायक शिक्षक की होगी।
0 सुबह-सुबह पकड़ाया शिक्षिका का झूठ
डीईओ द्वारा श्रीमती राजेश्वरी चंन्द्रा, सहायक शिक्षिका (एल.बी.) शा.प्रा.शा.सेक्टर 05 बाल्को को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। डीईओ टीपी उपाध्याय ने 1 अक्टूबर को विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उमेद रात्रे प्रधान पाठक बिना सूचना के अनुपस्थित पाये गये, इस संबंध में श्रीमती राजेश्वरी चंन्द्रा से पूछने पर कहा गया कि श्री रात्रे सर का सुबह फोन आया था, कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, इसलिये नहीं आये हैं। निरीक्षण के दौरान श्री रात्रे विद्यालय पहुँच गये, जब रात्रे से पूछा गया कि आपने श्रीमती राजेश्वरी चन्द्रा को तबीयत खराब होने के संबंध में सुबह फोन किये थे, तो श्री रात्रे ने उत्तर दिया कि मैने कॉल नहीं किया था, ना ही मेरा तबीयत खराब था। इस प्रकार अपने प्रधान पाठक के पक्ष में झुठ बोला गया। दैनंदनी पंजी माँगे जाने पर प्रस्तुत नहीं किया गया। दिनाँक 26.09.2024 के बाद शिक्षक दैनंदनी नहीं लिखा गया है। दाखिल खारिज पंजी में दिनॉक 19.07.2024 को प्रवेशित छात्र को किस कक्षा में प्रवेश दिया गया है, यह उल्लेख नहीं है। इस प्रकार कृत्य अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं उदासीनता को प्रदर्शित करता हैजो छ.ग. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विरूद्ध हैं। इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण 3 दिवस के भीतर अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष उपस्थित होकर देना सुनिश्चित करें। जवाब संतोषप्रद नही पाये जाने पर एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी जिसकी संपूर्ण जवाबदारी आपकी होगी।
0 प्रधान पाठक को भी नोटिस थमाया
इसी कड़ी में उमेद रात्रे, प्रधान पाठक शा.प्रा.शा.सेक्टर 05 बालको को बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित रहने के के कारण से कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। उनके द्वारा दैनंदनी पंजी का संधारण नहीं किया जा रहा है। दाखिल खारिज पंजी में दिनाँक 19.07.2024 को प्रवेशित छात्र को किस कक्षा में प्रवेश दिया गया है, यह उल्लेख नहीं है। विद्यालय के मुख्य द्वार पर शिक्षकों की स्कूटी खड़ी रहती है। जिससे बच्चों को आने- जाने में असुविधा होती है। दिनॉक 26.06.2024 से निरीक्षण दिनाँक तक किसी भी छात्र का जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु प्रस्तुत नहीं किया गया है।