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कोरबा जिले के दीपका थाना में पदस्थ एएसआई परमेश्वर राठौर और प्रधान आरक्षक योगेश रात्रे को कोरबा एसपी ने रिश्वतखोरी के आरोप में निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर की गई, जिसमें दोनों पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आवेदक अर्जुन दास कुलदीप, निवासी खुसरूडीह विजय नगर, थाना दीपका, ने एसपी कार्यालय को एक शिकायत पत्र प्रस्तुत किया। शिकायत में अर्जुन दास ने आरोप लगाया कि दीपका थाना के पुलिसकर्मी परमेश्वर राठौर और प्रभारी ने उनके बेटे को थाने बुलाकर प्रकरण को रफा-दफा करने के एवज में दो लाख चालीस हजार रुपये की मांग की और यह रकम वसूली गई।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए नगर पुलिस अधीक्षक, दर्री से इस मामले की जांच कराई गई। जांच के दौरान 02 सितंबर 2024 के थाने के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की गई, जिसमें एएसआई परमेश्वर राठौर, प्रधान आरक्षक योगेश रात्रे और सैनिक महेश राम राठौर का आचरण संदिग्ध पाया गया।
इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों को सेवा आचरण नियमों के विपरीत आचरण प्रदर्शित करने के लिए निलंबित कर दिया। निलंबन के दौरान दोनों का मुख्यालय रक्षित केंद्र, कोरबा में रखा जाएगा, और उन्हें नियमानुसार अनुषांगिक भत्ते प्राप्त होंगे।
इस घटना के बाद जिले में पुलिस प्रशासन की छवि पर सवाल उठे हैं, और इस प्रकार की घटनाओं से आम जनता में असंतोष की भावना पनप रही है। पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कठोर कदम उठाए हैं और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश दिया है।