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अग्निकांड को दो माह बीते,जुर्म दर्ज पर नही हुई गिरफ्तारी
कोरबा जिले के इतिहास में पहली बार घटित अग्निकांड में किसान सहित 3 लोगो की जान चली गयी व्यावसायिक परिसर आधा दर्जन दुकान जलकर पूरी तरह खाक हो गई थी, जिससे व्यवसाययों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा, मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई पुलिस में पुलिस ने अपराध भी दर्ज किया, लेकिन अब तक ना तो किसी तरह की गिरफ्तारी हुई है और ना ही रिपोर्ट सामने आई है।
यह हृदय विदारक घटना ट्रांसपोर्ट नगर में 19 जून को घटित हुई थी। कमर्शियल कंपलेक्स के भूतल स्थित एक दुकान के सामने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से निकली चिंगारी ने देखते ही देखते पूरे व्यवसायिक परिसर को आप की चपेट में ले लिया, प्रथम तल स्थित बैंक में कर्मचारियों सहित दर्जनों लोग मौजूद थे जिन्होंने किसी तरह खिड़की से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई इस आग ने छह दुकानों को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया जिसमें इलेक्ट्रॉनिक के अलावा कपड़ा दुकान और गोदाम भी शामिल थे आग लगने की खबर मिलते ही तत्कालीन कलेक्टर संजीव झा और पुलिस कप्तान यू उदय किरण के अलावा तत्कालीन निगम आयुक्त प्रभाकर पांडे मौके पर पहुंचे उनके नेतृत्व में बचाव कार्य शुरू किया गया, नगर सेवा और एसडीआरएफ तथा सीआई एस एफ के दमकल के कर्मियों ने पूरी तरह ताकत छोड़ दी इसके बावजूद साहब कलेक्शन में कपड़ा खरीदने गई रश्मि सिंह के अलावा करूमहुआ में रहने वाले किसान शत्रुघ्न धीरहे व एक अन्य की जान नहीं बचाई जा सकी,इस घटना में व्यवसायियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा, अग्निकांड की गवाह व्यवसाई कॉन्प्लेक्स भी बना इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन कलेक्टर ने जांच टीम गठित कर दी वही सी एस ई बी पुलिस ने भी जांच शुरू की इस बीच अग्निकांड को लेकर चैंबर ऑफ़ कॉमर्स ने प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर मामले में पुलिस ने साहब कलेक्शन के संचालक और उसकी पत्नी के खिलाफ 304 का अपराध पंजीबद किया गया, इस मामले में अभी तक ना तो किसी की गिरफ्तारी हो पाई है और ना ही जांच रिपोर्ट सामने आई है ऐसे में सवाल यह उठता है कि शहर में स्थित व्यवसायिक कंपलेक्स सहित अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाके में आगजनी की घटना से किस तरह काबू पाया जा सकेगा।