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कोरबा के कुसमुंडा कोयला खदान में रात 2 बजे उस समय हड़कंप मच गया जब BEML 810 नम्बर के डम्फर ऑपरेटर पर डीजल चोरो ने हमला कर दिया वो भी इसलिए उन चोरो को डम्फर से डीजल निकलना था। डम्फर नही रोकने पर डीजल चोरो ने हमला कर डम्फर का पावर विंडो का कांच तोड़ दिया जिससे डम्फर ऑपरेटर के सिर और हाथ मे चोट आई है। हालांकि इस घटना के बाद चोरो ने वही किया जिसके लिए वो आये थे। इस हमले ने secl प्रबंधन, त्रिपुरा राइफल के गाल पर वो थप्पड़ मारा है जो ये बोलते फिरते है कि डीजल चोरी उनके यहाँ नही होती है। इस घटना ने ये साबित कर दिया है कि अगर आप डीजल तस्करो की बात नही मानोगे तो वे आप की जान लेने से भी नही चूकेंगे।
करोड़ो रूपये लेकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रही त्रिपुरा राइफल के जवान क्या कर रहे है ये आप आसानी से समझ गए होंगे। वही कुसमुंडा प्रबन्धन के सभी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी भी इस सेटिंग की कड़ी है। सूत्र की माने तो खदान के अंदर किया गया चोरी का डीजल बड़ी आसानी से कोयला परिवहन में लगी बड़ी बड़ी गाड़ियों में खाप जाता है वो भी कम रेट में।
खैर अब देखना होगा अब किस डम्फर ऑपरेटर का नम्बर आता है।