views
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने मंगलवार को सनातन धर्म को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिससे राजनीतिक माहौल गर्म हो सकता है। बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के जेवरतला गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बघेल ने सनातन धर्म पर कटाक्ष करते हुए कहा, “एक लोटा जल चढ़ा दो और जीवन में कुछ काम मत करो, बच्चों को मत पढ़ाओ, खेत में काम मत करो, बस एक लोटा जल चढ़ा दो, तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। इस तरह की धारणा लोगों में बनी हुई है।”
उन्होंने इस प्रकार की सोच को भाजपा द्वारा फैलाया गया अंधविश्वास बताया और कहा, “इसे आस्था नहीं कहा जा सकता है। भाजपा लोगों के बीच सनातन धर्म का सहारा लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। अगर हमने इसे स्वीकार किया, तो इससे आने वाले दिनों में सामाजिक व्यवस्था पर प्रहार होगा।”
बघेल का यह बयान ऐसे समय आया है जब देशभर में सनातन धर्म को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है। इससे पहले भी कांग्रेस के कई नेताओं ने सनातन धर्म को लेकर विवादास्पद बयान दिए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने भी सनातन धर्म को “बीमारी” कहा था, जिससे भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई थी।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भूपेश बघेल के इस बयान के बाद भाजपा ने कड़ा विरोध जताते हुए इसे हिंदू आस्था पर सीधा हमला करार दिया है। भाजपा के प्रवक्ताओं ने कांग्रेस पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और समाज में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है।
अगले कुछ दिनों में इस बयान को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज होने की संभावना है।