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मैदानी इलाकों में गहराए बादल, शाम को बौछार:लू-भीषण गर्मी से राहत नहीं आज से कम होगा तापमान
छत्तीसगढ़ के मैदानी इलाकों में बुधवार को भी दोपहर में भीषण गर्मी रही और कई जगह लू चली। लेकिन शाम को अधिकांश जगह बादल गहराए। कुछ जगह हल्की बारिश हुई तो अधिकांश जगह तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थानीय प्रभाव से हो रहा है। इसके बावजूद लोगों को भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली है। हालांकि वैज्ञानिकों ने गुरुवार से अधिकतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में मानसून आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात भी बना है। इसके असर से प्रदेश में अच्छी नमी आने लगी है। जून का तीसरा सप्ताह बुधवार को खत्म हो गया। इसके बावजूद प्रदेश के ज्यादातर इलाकों मंे भीषण गर्मी पड़ रही है। राजधानी समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में लू चल रही है। राजधानी में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 8 डिग्री अधिक रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 28.9 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा रहा। राजधानी में दोपहर 3 बजे के आसपास बूंदाबांदी हुई। कहीं-कहीं बौछारें भी पड़ीं।
प्रदेश में तिल्दा सबसे ज्यादा गर्म रहा। वहां पारा 43.4 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एमएल साहू के अनुसार छत्तीसगढ़ में इन दिनों हो रही बारिश स्थानीय प्रभाव से हो रही है। 23 जून से प्री मानसून बारिश होने की संभावना है। इसके तीन-चार दिन बाद मानसून आने की संभावना है, लेकिन तारीख की घोषणा करना मुश्किल है। दरअसल आंध्रप्रदेश, कर्नाटक का पूरा एरिया मानसून से कवर नहीं हुआ है। इसलिए प्रदेश आने में अभी कुछ समय लगेगा। केंद्र लालपुर के मौसम केंद्र के अनुसार पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से लगे उत्तरी आंध्रप्रदेश तट व दक्षिण ओडिशा तट पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना है।
कुसमी में 3 सेमी बारिश
पिछले 24 घंटे में कुसमी व राजनांदगांव में 3-3 सेमी से ज्यादा पानी बरस गया। माकड़ी, नारायणपुर, सरायपाली व सारंगढ़ में दो, गरियाबंद, देवभोग, मैनपुर, बरमकेला व छुरा में 1-1 सेमी बारिश रिकार्ड की गई। बिलासपुर, पेंड्रारोड व कई स्थानों पर हल्की वर्षा हुई।